Marg ERP 9+ Software क्या है और Marg ERP 9+ में Company कैसे बनाये- व्यवसाय छोटा हो या बड़ा उसे सुचारु रूप से चलाने के लिए दिन प्रतिदिन के लेनदेनों का विवरण रखना अतिआवश्यक है. जिससे ये जाना जा सके की हमे व्यवसाय से लाभ हो रहा है या हानि.
इन्ही विवरणों को कम्प्यूटर में रखने के लिए Tally , Miracle , Wave , Busy , Marg आदि Software प्रचलन में है. जिनके उपयोग से विभिन्न प्रकार के खाते (Ledgers) , Report , Bill आदि तैयार कर सकते है. लेकिन Marg ERP 9+ का इसमें अपना एक अलग ही स्थान है.
Marg ERP 9+ एक Advance Billing Software है. जिसमे Inventory Management कार्य आसान है. इस सॉफ्टवेयर को Marg Compusoft Private Limited के ठाकुर अनूप सिंह ने 1992 में तैयार किया.

ERP से यहाँ आशय एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग है. जिसके उपयोग के व्यापार में क्रय विक्रय किये जाने वाले माल (सामग्री) का विस्तार से विवरण रखा जा सकता है. Marg ERP 9+ डिजिटल भुगतान को भी Support करता है.
Marg ERP 9+ Software में Company कैसे बनाये
कम्पनी बनाने का मुख्य उद्देश्य सॉफ्टवेयर में अपना Business Accounting कार्य शुरू करने से है. जिसके लिए Marg ERP 9+ में सबसे पहले अपने व्यवसाय को Register करना होता है. जिसे ही Company बनाना कहते है. जिसमे अपने व्यवसाय की सम्पूर्ण जानकारी देनी होती है. इसके बाद ही व्यवसाय में होने वाले सभी व्यवहारों को एक स्थान पर Store कर सकते है.
इसमें Company बनाने के लिए Marg ERP 9+ Software के Icon पर Mouse से Double Click करके Open करे.
इसके बाद Marg ERP 9+ की Screen पर Keyboard की Shortcut F2 Press करे.
जिससे हमारे सामने Marg ERP 9+ की Company Creation की Window Open होगी. जिसमे हमें Create New Company Option को Select करना होता है.
Marg ERP 9+ Company Creation
Company Name – इसके सामने हमें अपनी व्यवसाय का नाम लिखना होता है. जैसे राजीव गांधी कम्प्यूटर एजुकेशन इंस्टिट्यूट.
Address – इसमें व्यवसाय का पता लिखना होता है. जहाँ अपना Business स्थित है.
Phone No. – इसमें Firm , Company , Shop के फ़ोन नम्बर लिखना होता है.
Branch Code – इस Option का उपयोग तब किया जाता है. जब हमारे व्यवसाय की अलग अलग जगह अनेक शाखाएँ हो. जिसके लिए उस स्थान के नाम के Code का उपयोग किया जाता है.
Fax – इसमें अपने व्यवसाय का फैक्स नम्बर लिखना होता है. यदि हो तो.
Website – इसमें अपने व्यापार की Website लिखनी होती है. यदि हो तो
E- Mail – इसमें अपने व्यापार की Gmail Id लिखनी होती है.
Country – इसमें अपने देश को चुनना होता है. जहाँ Firm , Shop और Company स्थित है. इसके सामने ही दिए गए State में अपने राज्य को चुने.
Business Type – इसमें अपने व्यवसाय के प्रकार को चुनना होता है. इसके सामने ही दिए गए Selection Option में क्रय और विक्रय बिल के विकल्प को चुना जाता है.
Working Style – इसमें व्यवसाय की कार्य शैली को चुना जाता है. की व्यवसाय में Stock का विवरण रखना है अथवा नहीं. इसके सामने वाले Option Date Type में व्यापार में किसी कैलेंडर का उपयोग किया जायेगा चुन सकते है. जैसे English , विक्रम संवत आदि.
GSTIN – इसके सामने हमें व्यवसाय के GST नम्बर को लिखना होता है. इसके सामने लिखे Date में दिनांक लिखना होता है. जिस दिन जीएसटी नम्बर के लिए पंजीकृत किया गया हो.
VAT No. – इसके सामने हमें व्यवसाय के VAT नम्बर को लिखना होता है. लेकिन जीएसटी नम्बर में पंजीकृत होने के बाद इसकी आवश्यकता नहीं होती है. इसके सामने दिए गए Expire Date में वैट नम्बर की समाप्ति दिनांक लिखना होता है.
मार्ग ईआरपी 9 में कम्पनी बनाना
D.L.No. – इसमें अपने व्यवसाय का यदि कोई लाइसेंस नम्बर हो तो लिखे. और इसके सामने दिए गए Expire Date में उसकी समाप्ति दिनांक लिखे.
Mfg No. – यदि व्यवसाय किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य करती है तो उसका लाइसेंस नम्बर हो तो लिखे. और इसके सामने दिए गए Expire Date में उसकी समाप्ति दिनांक लिखे.
LST No. – इसमें अपने व्यवसाय का स्थानीय लाइसेंस नम्बर लिखा जाता है. और इसके सामने दिए गए Expire Date में उसकी समाप्ति दिनांक लिखे.
Service Tax – यदि हमारे व्यवसाय सेवा प्रदान करना है तो इसमें अपने सेवा कर संख्या लिखनी होती है. और इसके सामने दिए गए Expire Date में उसकी समाप्ति दिनांक लिखे.
Food Lic No. – इसमें अपने खाद्य लाइसेंस संख्या लिखनी होती है. और इसके सामने दिए गए Expire Date में उसकी समाप्ति दिनांक लिखे.
Jurisdiction – यहाँ अपने क्षेत्र का नाम लिखना होता है. और इसके सामने दिए गए Option Company में अपने व्यवसाय के पंजीकरण का प्रकार चुनना होता है.
Tax Structure – इसमें कर की गणना किस प्रकार से की जाएगी उसका चुनाव करना होता है. और उसके सामने लिखे Valuation में ख़रीदे गए माल की गणना का विकल्प चुना जा सकता है.
Financial Year – यहाँ वित्तीय वर्ष लिखा जाता है. जिस वित्तीय वर्ष में अपना व्यवसाय शुरू किया. जैसे 1 April 2022
Data Directory – इसमें हमें अपने व्यवसाय का Data कम्प्यूटर में कहाँ Save रखना है. वो स्थान चुनना होता है. इसे अपनी आवश्यकतानुसार बदला भी जा सकता है.
Password – इसमें अपने व्यवसाय के Data अर्थात Company को Password देना चाहते है तो लिखे अन्यथा छोड़ दे.
ये सारी जानकारी को भरने के बाद Keyboard की Enter Key को Press करके Detail को Save करना होता है.
प्रश्न उतर
मार्ग ईआरपी 9+ एक Advance Billing Software है. जिसमे Inventory Management कार्य आसान है. जिसमे ERP से यहाँ आशय एंटरप्राइज रिसोर्स प्लानिंग है. जिसके उपयोग के व्यापार में क्रय विक्रय किये जाने वाले माल (सामग्री) का विस्तार से विवरण रखा जा सकता है.
मार्ग ईआरपी 9+ सॉफ्टवेयर को Marg Compusoft Private Limited के ठाकुर अनूप सिंह ने 1992 में तैयार किया. मार्ग ईआरपी 9+ डिजिटल भुगतान को भी Support करता है.
मार्ग ईआरपी 9+ सॉफ्टवेयर को Open करने के बाद Screen पर Keyboard की Shortcut F2 Press करने से कम्पनी क्रिएशन विंडो Open हो जाती है.
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