कुछ समय पहले सूचना को एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंचाने के ज्यादा समय और अधिक खर्च करना पड़ता था. लेकिन वर्तमान समय में इंटरनेट पर सूचना के आदान प्रदान के बहुत से विकल्प उपलब्ध है. जिसके माध्यम से सूचना को पल भर में ही दूर दूर तक भेजा जा सकता है. ये सब सम्भव हुआ है Computer Network के कारण जहाँ हम Message , Photo , Document आदि को भेज सकते है. यहाँ नीचे Computer Network क्या है ये कितने प्रकार का होता है कौन कौन से Network Switch होते है सम्पूर्ण जानकारी Hindi में दी गयी है.
कम्प्यूटर नेटवर्क क्या है (What is Computer Network in Hindi)
एक कम्प्यूटर का दूसरे कम्प्यूटर से जुड़ना ही Computer Network कहलाता है. अर्थात दो या दो से अधिक डिजिटल उपकरणों को जोड़ने की व्यवस्था को Network कहा जाता है. जो इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सूचना को एक जगह से दुसरी जगह भेजने और प्राप्त करने के लिए जोड़े जाते है. नेटवर्क में जुड़े सभी उपकरणों को एक Node कहा जाता है. एक नेटवर्क में अनेको कम्प्यूटर , सर्वर , मेनफ़्रेम आदि हो सकते है.

सूचनाओं के आवागमन के लिए कुछ खास नियम होते है जिनका पालन उन उपकरणों को करना होता है जिसे Protocol कहा जाता है. दुनिया में सबसे बड़ा Network Internet का होता है. जिसके अन्दर कई नेटवर्क जुड़े होते है. साथ ही एनालॉग और डिजिटल माध्यम से सूचनाओं को भेजने और प्राप्त करने के लिए Router , Modem , Hub और Network Switch जैसे उपकरणों का उपयोग किया जाता है. इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सूचनाओं को भेजने और प्राप्त करने की क्रिया को दूरसंचार कहा जाता है. जबकि एक Computer से दूसरे Computer में सूचनाओं को भेजना और प्राप्त करना Data Sharing कहलाता है.
Computer Network से जुडने वाले वाले कम्प्यूटरो को दो भागो में बांटा जाता है.
- Host Computer :- वह कम्प्यूटर जो दूसरे कम्प्यूटर को सेवा प्रदान करता है इसे Server भी कहा जाता है
- Client Computer :- वह कम्प्यूटर जो दूसरे कम्प्यूटर से सेवा प्राप्त करता है
नेटवर्क को जोड़ने वाले उपकरण
Network Interface Card in Hindi
ये एक का Hardware होता है. जो कम्प्यूटर व नेटवर्क के बीच Interface का कार्य करता है. इसके बिना कम्प्यूटर को नेटवर्क के जोड़ा ही नहीं जा सकता है. इसे नेटवर्क इंटरफ़ेस कंट्रोलर , नेटवर्क एडोप्टर , ईथरनेट और लेन एडॉप्टर के नाम से भी जाना जाता है. इसे ही Wire और Without Wire के जोड़ा जा सकता है. ये दो प्रकार का होता है एक Internal Network Card और दूसरा External Network Card.
Internal Network Card – इसे हिंदी में आंतरिक नेटवर्क कार्ड कहा जाता है. जो CPU के Motherboard के Slot में जोड़ा जाता है. इसमें नेटवर्क को Connect करने के लिए Cable की आवश्यकता पड़ती है. यह भी दो प्रकार का होता है. एक Peripheral Component Interconnect (PCI) और Industry Standard Architecture (ISA).
External Network Card – इसे बाहरी नेटवर्क कार्ड कहा जाता है. जिसे बाहर से जोड़ा जाता है. अर्थात जिन कम्प्यूटर और लैपटॉप में आंतरिक नेटवर्क कार्ड लगाने की जगह नहीं होती. वहाँ Wireless USB Card का उपयोग करके नेटवर्क को जोड़ा जा सकता है. इसमें किसी भी प्रकार की Cable की जरूरत नहीं होती यह वायरलेस सिग्नल का उपयोग करता है.
Hub in Hindi
यह एक ऐसा उपकरण होता है. जो एक ही नेटवर्क कनेक्शन को अनेको कम्प्यूटर में बांटता है. ये Multi Point Networking के काम लिया जाता है. इसे Non-Intelligent Device भी कहा जाता है. ये 4 से लेकर 24 Port तक में आते है ये तीन प्रकार के होते है. Active Hub , Passive Hub और Intelligent Hub.
Repeater in Hindi
यह एक शक्तिशाली नेटवर्क कनेक्टर होता है. जो Signal को Regenerate करने के लिए उपयोग में लिया जाता है. जिससे लम्बी दुरी पर भी Signal कमजोर नहीं पड़ता. ये 2 Port Device के काम लिया जाता है. Repeater का उपयोग Ethernet Network को व्यवस्थित करने के लिए किया जाता है. एक रिपीटर OSI Layer के प्रथम चरण में होता है. यह सिग्नल पाने के लिए Optical Fiber Cable और Coaxial Cable का उपयोग करता है उसे Transponders कहा जाता है.
Bridge in Hindi
एक या एक से अधिक Network को जोड़ने के लिए काम में लिया जाता है. ये एक ही Protocol का उपयोग करता है. इसमें भी सामान्यत: 2 Port होते है. जिसमे एक इनपुट और दूसरा आउटपुट होता है. ब्रिज नेटवर्क डाटा को आगे भेजने या नहीं भेजने के लिए आउटपुट पर निर्भर रहता है. ब्रिज में दो चरण होते है. डाटा लिंक और OSI जो Traffic को Broadcast करने के साथ ही उसे Manage भी करता है. Bridge चार प्रकार का होता है. Transparent Bridge , Source Routing Bridge , Transparent Learning Bridge और Transparent Spanning Tree Bridge.
Router in Hindi
यह भी एक प्रकार का नेटवर्क हार्डवेयर डिवाइस होता है. राऊटर डाटा को पैकेट के रूप में प्राप्त करके दो Networks के बीच यात्रा करता है. डाटा पैकेट में छुपी हुए सूचना का विश्लेषण कर उपकरणों तक भेजता है. इसको वायर और वायरलेस दोनों प्रकार से Connect किया जा सकता है. Router LAN व WAN दोनों को Connect करने के लिए उपयोग किया जाता है राऊटर में अनेको Network Interface रहते है. जिसके लिए Operating System के Drivers Router की मदद करते है. ये Default Gateway के जैसा कार्य करता है. Router के मुख्यत: दो प्रकार के होते है. Broadband Router और Wireless Router इसके अतिरिक्त Edge Router , Subscriber Edge Router , Inter Provide Border Router , Core Router आदि अन्य Routers होते है
Modem in Hindi
मोडेम दो शब्दो से मिलकर बना है. एक Mo – Modulator दूसरा Dem – Demodulator जो डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिग्नल में बदलता है. जिसे Modulation कहा जाता है और एनालॉग सिग्नल को डिजिटल सिग्नल में बदलता है जिसे Demodulation कहा जाता है. साधारण भाषा में कहे तो Telephone line को कम्प्यूटर की भाषा में और कम्प्यूटर की भाषा को Telephone line में बदलने का कार्य करता है. मॉडेम की गति को बीपीएस और केबीपीएस में मापा जाता है. मॉडेम External Modem , Internal Modem , Fax Modem और Cable Modem चार प्रकार के होते है.
Network Switch in Hindi
यह एक Telecommunication Hardware Device होता है. जो अलग अलग उपकरणो को जोड़ने में मदद करता है. जिससे नेटवर्क पर Data Transfer किया जा सके Network Switch पूरी तरह Hub के समान ही होते है. किन्तु इसमें Hub से ज्यादा Filter करने की क्षमता होती है. अर्थात Network Switch Data Packet को पहचान कर उसके स्रोत को स्थानों की जाँच करता है. Network Switch भी Multi Point Networking के काम लिया जाता है. असल में Network Switch Ethernet Network के छोटे छोटे उपकरण होते है. Network Switch चार प्रकार के होते है. Unmanaged Switch , Manage Switch , LAN Switch और PoE Switch. साथ ही Manage Switch के भी दो प्रकार होते है Smart Switch और Enterprise Manage Switch.
नेटवर्क के प्रकार (Type Of Network)
- PAN (Personal Area Network) – इसमे दो Devices को आपस में जोड़ा जाता है. साथ ही PAN के Connection 10 मीटर की दुरी के लिए होता है. जैसे – Bluetooth
- BAN (Body Area Network) – ये नेटवर्क मानव शरीर से जुड़े होते है. ये पूर्ण रूप से Wireless होता है.
- LAN (Local Area Network) – ये कम दुरी के लिए उपयोग में लिया जाता है. यह एक क्षेत्र के लिए निश्चित होता है. जिसकी दुरी लगभग 1 Kilometer की होती है जैसे :- Building , Apartment
- MAN (Metropolitan Area Network) – ये LAN से बड़ा व WAN से छोटे क्षेत्र के लिए होता है जिसकी दुरी लगभग 5 Kilometer से अधिक की होती है जैसे :- School , Bank
- WAN (Wide Area Network) – इसका कोई निश्चित क्षेत्र नहीं होता है जैसे :- Internet
अन्य नेटवर्क
- SAN (Storage Area Network)
- CAN (Campus Area Network)
- GAN (Global Area Network)
TOPOLOGY (टोपोलॉजी)
कम्प्यूटर जिस आकृति या लेआउट में जुड़े होते है या Data जिस विधि से Flow होता है. उसे टोपोलॉजी कहते है. अथवा Computer Network जिस ज्यामिति व्यवस्था में जुड़े होते है.

- Star Topology – इसमें सारे कम्प्यूटर एक केन्द्रीय Hub से जुड़े होते है. Hub यहाँ Host Computer का कार्य करता है. शेष कम्प्यूटर Client Computer का कार्य करते है. इसकी आकृति तारे के समान होती है. इसलिए इसे Star Topology कहते है.
- Ring Topology – इसमें एक कम्प्यूटर दूसरे कम्प्यूटर से NIC (Network Interface Card) जुड़े होते है. सभी कम्प्यूटर एक Circle में जुड़े होते है. इसलिए इसे Ring Topology कहते है.
- Bus Topology – इसमें सभी कम्प्यूटर एक ही Cable से एक ही लाइन में जुड़े होते है. Cable के शिरों पर एक विशेष Device लगा होता है. जिसे Terminator कहते है. इसलिए इसे Bus Topology कहते है.
- Tree Topology – इस टोपोलॉजी में Star Topology व Bus Topology दोनों के गुण होते है. इसमें भी एक केन्द्रीय Hub होता है. एवं एक ही Cable से जुड़े होते है. ये एक पेड़ की आकृति बनती है जिसके कारण इसे Tree Topology कहते है.
- Mesh Topology – ये सभी Topology को जोड़कर बनी होती है. इसे Hybrid Topology भी कहते है. ये एक उच्चस्तरीय टोपोलॉजी होती है.
Network Switch in Hindi और Computer Network के FAQ
एक कम्प्यूटर का दूसरे कम्प्यूटर से जुड़ना ही Computer Network कहलाता है. अर्थात दो या दो से अधिक डिजिटल उपकरणों को जोड़ने की व्यवस्था को Network कहा जाता है. जो इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से सूचना को एक जगह से दुसरी जगह भेजने और प्राप्त करने के लिए जोड़े जाते है.
सूचनाओं के आवागमन के लिए कुछ खास नियम होते है जिनका पालन उन उपकरणों को करना होता है जिसे Protocol कहा जाता है.
ये एक का Hardware होता है. जो कम्प्यूटर व नेटवर्क के बीच Interface का कार्य करता है. इसके बिना कम्प्यूटर को नेटवर्क के जोड़ा ही नहीं जा सकता है. इसे नेटवर्क इंटरफ़ेस कंट्रोलर , नेटवर्क एडोप्टर , ईथरनेट और लेन एडॉप्टर के नाम से भी जाना जाता है. इसे ही Wire और Without Wire के जोड़ा जा सकता है. ये दो प्रकार का होता है एक Internal Network Card और दूसरा External Network Card.
यह एक ऐसा उपकरण होता है. जो एक ही नेटवर्क कनेक्शन को अनेको कम्प्यूटर में बांटता है. ये Multi Point Networking के काम लिया जाता है. इसे Non-Intelligent Device भी कहा जाता है. ये 4 से लेकर 24 Port तक में आते है ये तीन प्रकार के होते है. Active Hub , Passive Hub और Intelligent Hub.
Switch of Network FAQ
यह एक शक्तिशाली नेटवर्क कनेक्टर होता है. जो Signal को Regenerate करने के लिए उपयोग में लिया जाता है. जिससे लम्बी दुरी पर भी Signal कमजोर नहीं पड़ता. ये 2 Port Device के काम लिया जाता है. Repeater का उपयोग Ethernet Network को व्यवस्थित करने के लिए किया जाता है. एक रिपीटर OSI Layer के प्रथम चरण में होता है. यह सिग्नल पाने के लिए Optical Fiber Cable और Coaxial Cable का उपयोग करता है उसे Transponders कहा जाता है.
एक या एक से अधिक Network को जोड़ने के लिए काम में लिया जाता है. ये एक ही Protocol का उपयोग करता है. जिसमे एक इनपुट और दूसरा आउटपुट होता है. ब्रिज नेटवर्क डाटा को आगे भेजने या नहीं भेजने के लिए आउटपुट पर निर्भर रहता है. ब्रिज में दो चरण होते है. डाटा लिंक और OSI जो Traffic को Broadcast करने के साथ ही उसे Manage भी करता है. Bridge चार प्रकार का होता है. Transparent Bridge , Source Routing Bridge , Transparent Learning Bridge और Transparent Spanning Tree Bridge.
यह भी एक प्रकार का नेटवर्क हार्डवेयर डिवाइस होता है. राऊटर डाटा को पैकेट के रूप में प्राप्त करके दो Networks के बीच यात्रा करता है. इसको वायर और वायरलेस दोनों प्रकार से Connect किया जा सकता है. Router LAN व WAN दोनों को Connect करने के लिए उपयोग किया जाता है राऊटर में अनेको Network Interface रहते है. जिसके लिए Operating System के Drivers Router की मदद करते है. ये Default Gateway के जैसा कार्य करता है. Router के मुख्यत: दो प्रकार के होते है. Broadband Router और Wireless Router इसके अतिरिक्त Edge Router , Subscriber Edge Router , Inter Provide Border Router , Core Router आदि अन्य Routers होते है
Network Switch in Hindi FAQ
Modem – Modulator Demodulator जो डिजिटल सिग्नल को एनालॉग सिग्नल में बदलता है. जिसे Modulation कहा जाता है और एनालॉग सिग्नल को डिजिटल सिग्नल में बदलता है जिसे Demodulation कहा जाता है. साधारण भाषा में कहे तो Telephone line को कम्प्यूटर की भाषा में और कम्प्यूटर की भाषा को Telephone line में बदलने का कार्य करता है. मॉडेम की गति को बीपीएस और केबीपीएस में मापा जाता है. मॉडेम External Modem , Internal Modem , Fax Modem और Cable Modem चार प्रकार के होते है.
यह एक Telecommunication Hardware Device होता है. जो अलग अलग उपकरणो को जोड़ने में मदद करता है. जिससे नेटवर्क पर Data Transfer किया जा सके Network Switch पूरी तरह Hub के समान ही होते है. किन्तु इसमें Hub से ज्यादा Filter करने की क्षमता होती है. अर्थात Network Switch Data Packet को पहचान कर उसके स्रोत को स्थानों की जाँच करता है. Network Switch भी Multi Point Networking के काम लिया जाता है. असल में Network Switch Ethernet Network के छोटे छोटे उपकरण होते है. Network Switch चार प्रकार के होते है. Unmanaged Switch , Manage Switch , LAN Switch और PoE Switch. साथ ही Manage Switch के भी दो प्रकार होते है Smart Switch और Enterprise Manage Switch.
Computer Network के Switch के प्रश्न उतर
नेटवर्क मुख्य रूप से तीन प्रकार का होता है LAN (Local Area Network) , MAN (Metropolitan Area Network) , WAN (Wide Area Network) इसके अतिरिक्त PAN (Personal Area Network) , BAN (Body Area Network) , SAN (Storage Area Network) , CAN (Campus Area Network) , GAN (Global Area Network) Etc.
कम्प्यूटर जिस आकृति या लेआउट में जुड़े होते है या Data जिस विधि से Flow होता है. उसे टोपोलॉजी कहते है. अथवा Computer Network जिस ज्यामिति व्यवस्था में जुड़े होते है.
टोपोलॉजी पांच प्रकार की होती है Star Topology , Ring Topology , Bus Topology , Tree Topology , Mesh Topology.
- Captcha Code क्या होता है और कैप्चा कोड कैसे काम करता है हिंदी मेंजब भी हम किसी Online कोई भी Work करते है …
Read moreCaptcha Code क्या होता है और कैप्चा कोड कैसे काम करता है हिंदी में
- Busy Software में Masters (खाते) कैसे बनायेBusy Software में बहुत से Masters पहले से ही बने …
- Ledger (खाता) क्या होता है Tally Prime में Ledger कैसे बनाते हैTally Prime में Ledger बनाने से पहले ये जाने लेते …
Read moreLedger (खाता) क्या होता है Tally Prime में Ledger कैसे बनाते है
- Marg ERP 9+ Software क्या है और Marg ERP 9+ में Company कैसे बनायेMarg ERP 9+ Software क्या है और Marg ERP 9+ …
Read moreMarg ERP 9+ Software क्या है और Marg ERP 9+ में Company कैसे बनाये
- Busy Software क्या है और Busy में Company कैसे बनायेBusy Software क्या है और Busy में Company कैसे बनाये …
Read moreBusy Software क्या है और Busy में Company कैसे बनाये
- Tally Prime क्या है और Tally Prime में Company कैसे बनायेTally Prime क्या है और Tally Prime में Company कैसे …
Read moreTally Prime क्या है और Tally Prime में Company कैसे बनाये
- Journal Entries Rules in Hindi रोजनामचा में प्रविष्टि के नियमJournal Entries Rules in Hindi रोजनामचा में प्रविष्टि के नियम …
Read moreJournal Entries Rules in Hindi रोजनामचा में प्रविष्टि के नियम
- Business Accounting Terminology in Hindi | व्यापारिक लेखांकन की शब्दावलीBusiness Accounting Terminology in Hindi (व्यापारिक लेखांकन की शब्दावली) – …
Read moreBusiness Accounting Terminology in Hindi | व्यापारिक लेखांकन की शब्दावली
- Adobe Photoshop क्या है Photoshop कैसे सीखे और उसका उपयोग कैसे करे हिंदी मेंAdobe Photoshop क्या है यह एक प्रकार का Image को …
Read moreAdobe Photoshop क्या है Photoshop कैसे सीखे और उसका उपयोग कैसे करे हिंदी में
- What is CSS in Hindi | CSS क्या है | Cascading Style Sheets कैसे सीखेकुछ समय पहले इंटरनेट पर उपलब्ध बहुत से Web Documents …
Read moreWhat is CSS in Hindi | CSS क्या है | Cascading Style Sheets कैसे सीखे
2 thoughts on “Network Switch in Hindi | Computer Network क्या है और कितने प्रकार के होते है”